सत्य की इच्छा होती है कि
लोग उसे जान लें
जबकि असत्य की इच्छा होती है कि
कोई उसे जान न लें
आप जीवन में कुछ नहीं सीखते अगर
आपको लगता है कि आप हर समय सही हैं
प्रेम का अनुभव ही परमात्मा का प्रमाण है
कहीं भी प्रेम की झलक मिल जाए तो
निश्चिन्त हो जाना कि परमात्मा है
राधा सच्चे प्रेम का मिलता ये इनाम
कान्हा से पहले जग ने लिया तेरा नाम
वक्त मिले तो पढ़ लेना रिश्तों की किताब खोल कर
दोस्ती हर रिश्ते से लाजवाब होती है
राधा कृष्ण का मिलन तो बस बहाना था,
दुनिया को प्यार का सही मतलब जो समझाना था
हर चीज़ एक हद में अच्छी लगती है पर
तुम हो जो बेहद अच्छे लगते हो
ईश्वर कभी नहीं कहता कि मैं सब बदल दूंगा
वो हमेशा कहता है तू जो करेगा
मैं उसे संभाल लूंगा
बिना हक़ का जब लेने का मन होता है
वहां महाभारत की शुरुआत होती है
जब अपने हक़ का छोड़ देने का मन होता है
तब रामायण की शुरुआत होती है।
चिंता हमें नहीं अपनी, चिन्ता उन्हें हमारी है
हमारी नाव के रक्षक स्वयं कृष्ण मुरारी हैं
हे कान्हा
कुछ ऐसी है आँखों की बेकरारी
ये देखती सबको हैं पर ढूढ़ती बस तुम्हे हैं
तेरी याद से शुरू होती है मेरी हर सुबह
कैसे कह दूँ कि मेरा दिन ख़राब है
कोई भी लक्ष्य मनुष्य के साहस से बड़ा नहीं
हारा वही जो लड़ा नहीं
इंसान का नसीब उतनी बार बदलता है
जितनी बार वो ईश्वर को याद करता है